गुलमोहर (Gulmohar)

Gulmohar is also at its peak so my communication with Gulmohar...

जब मैं कर रही थी गुफ्तगूं अमलतास से
तभी पास खड़ा गुलमोहर मुस्करा रहा था
और अपने रक्तिम वर्ण पुष्पों से
मेरा मन लुभा रहा था
उसने कहा..........
अरे पीत वर्णी स्वर्ण से इतना प्यार है
कि अमलतास के उजास पर स्नेह की बौछार है
देखो मैं तो जीवनदायी रक्त की पहचान
लाल रंग के पुष्पों से लदा लहलहाता हूं
और नवजीवन नवप्राण के गीत गाता हूं
मैंने भी हंस कर बताया......
तुमको कौन अमलतास से कम बताता है
यह लाल रंग ही तो मानव का जीवन दाता है
हल्दी और कुमकुम का तो सदा का नाता है
कितने ही स्वर्णाभूषणों से सजी हो नववधू 
लाल सिन्दूर ही तो उसकी मांग सजाता है
तभी तो ग्रीष्म ऋतु आने पर
अमलतास और गुलमोहर साथ साथ खिला है
सूर्य के इस ताप से दोनों को अपना अपना रंग मिला है

---- डॉ शशि वर्मा

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